गजल
याद तेरी महकती रही रात भर ।
रूह उसमे नहाती रही रात भर।।
हंस कर साथ गुजरे पलों की कसक।
नींद दूरी बना कर रही रात भर ।।
चांद भी था मगर...
रूह उसमे नहाती रही रात भर।।
हंस कर साथ गुजरे पलों की कसक।
नींद दूरी बना कर रही रात भर ।।
चांद भी था मगर...