तुम कुछ भी बन जाओ..
दुआ बन जाओ, बद्दुआ बन जाओ,
दिल की धड़कन या रूह से जुदा बन जाओ,
दिल में हो न मेरे दिल बनकर,
तुम मेरी धडकनों की सदा बन जाओ।
सांस में बहते हो जो ख़ुशबू की तरह,
तुम ही मेरे भीतर की हवा बन जाओ।
तुम जान से प्यारे, जिंदगी हो मेरी,
भले मौत बनकर ही खुशी, वफा बन जाओ।
कुबूल किया दिल ने, हर जर्रे से...
दिल की धड़कन या रूह से जुदा बन जाओ,
दिल में हो न मेरे दिल बनकर,
तुम मेरी धडकनों की सदा बन जाओ।
सांस में बहते हो जो ख़ुशबू की तरह,
तुम ही मेरे भीतर की हवा बन जाओ।
तुम जान से प्यारे, जिंदगी हो मेरी,
भले मौत बनकर ही खुशी, वफा बन जाओ।
कुबूल किया दिल ने, हर जर्रे से...