छाया मत छूना
छाया मत छूना
मन, होगा दुख दूना।
जीवन में है सुरंग सुधिया सुहावनी
छवियों की चित्र गंध फैली मनभावनी
तन सुगंध शेष रही बीत गई यामिनी
कुंतल के फूलों की याद बनी चांदनी
भोली सी एक छुअन बनता हर जीवित क्षण
छाया मत छूना
मन होगा दुख दूना
यश हैं या वैभव...
मन, होगा दुख दूना।
जीवन में है सुरंग सुधिया सुहावनी
छवियों की चित्र गंध फैली मनभावनी
तन सुगंध शेष रही बीत गई यामिनी
कुंतल के फूलों की याद बनी चांदनी
भोली सी एक छुअन बनता हर जीवित क्षण
छाया मत छूना
मन होगा दुख दूना
यश हैं या वैभव...