फुहार
झिमिर-झिमिर पड़े रेशमी फुहार,
सखि सब चलु मल्हार गावे।
दुअरा पर गमके बेला, कचनार,
सखि सब चलु मल्हार गावे।
सुनु ए सखी सब परसो के बतिया,
राधा रानी के अइले संहतिया।
वगिया मे झूला पड़े कदम के दारि,...
सखि सब चलु मल्हार गावे।
दुअरा पर गमके बेला, कचनार,
सखि सब चलु मल्हार गावे।
सुनु ए सखी सब परसो के बतिया,
राधा रानी के अइले संहतिया।
वगिया मे झूला पड़े कदम के दारि,...