...

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कर्म से बदल देंगे, हम हाथों की लकीरों को
#जंजीर##हाथों की लकीरे##
इन जंजीरों को तोड़कर
रुख हवा का मोड़कर
चल रहे हैं देखो हम
नयी उड़ान भर कर,
कब तक रुकेंगे
कब तक झुकेंगे।
अब हम अपनी मर्जी का
इतिहास नया लिखेंगे
जंजीर इन बंधनों के
तोड़ हम देंगे,,,,
दुश्मनो को मुह तोड़ जवाब
अब हम देंगे
है जो किसी मे दम
रोक
सको तो रोक लो
हाथ की लकीरों को
भी हम बदल देंगे
सिर्फ भाग्य से तो ही
बनती हैं तकदीरें,
कर्म भी बदलते हैं
हाथों की लकीरे
लकीरे अपने हाथों की
बदल अब हम देंगे
( वर्षा अगरवाल)
kurseong दर्जीलिंग👌💕