प्रेम
स्त्री की ओर झुकाव
दो तरह से हो सकता है,
एक वासना के कारण
औऱ दूसरा प्रेम के कारण !
वासना लालची चित्त की अवस्था है
औऱ प्रेम निःस्वार्थ भाव दशा !
वासना सँसार है
औऱ प्रेम आध्यात्म है !
जो समय के साथ बढ़ता जाये...
दो तरह से हो सकता है,
एक वासना के कारण
औऱ दूसरा प्रेम के कारण !
वासना लालची चित्त की अवस्था है
औऱ प्रेम निःस्वार्थ भाव दशा !
वासना सँसार है
औऱ प्रेम आध्यात्म है !
जो समय के साथ बढ़ता जाये...