रुक गया मेरा साँस
धरती में आया एक नया विचार लेकर,
एक नया सवेरा, नया उम्मीद रखकर,
देखा इस कुदरत को दोनों आंखे खोलकर,
भूल गया क्या विचार आया था में लेकर।
चाला में इस परिवार मे घुल-मिलकर,
वो पेड़ों की छाया में मेरा परेशानी रखकर,
पानी मे...
एक नया सवेरा, नया उम्मीद रखकर,
देखा इस कुदरत को दोनों आंखे खोलकर,
भूल गया क्या विचार आया था में लेकर।
चाला में इस परिवार मे घुल-मिलकर,
वो पेड़ों की छाया में मेरा परेशानी रखकर,
पानी मे...