सपनों में मिलते हैं वो.....✍
सपनों में मिलते हैं वो,
जिन्हें ख्बाबों में तलाशा करते हैं,
इक तस्वीर सी उमड़़ आती हैं,
इक चेहरा नजर आता हैं,
अब तारीफ करुँ क्या उसकी,
खुदा का नूर नजर आता हैं,
जब आता है मेरा महबूब,
तो वक़्त ठहर जाता है,
...
जिन्हें ख्बाबों में तलाशा करते हैं,
इक तस्वीर सी उमड़़ आती हैं,
इक चेहरा नजर आता हैं,
अब तारीफ करुँ क्या उसकी,
खुदा का नूर नजर आता हैं,
जब आता है मेरा महबूब,
तो वक़्त ठहर जाता है,
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