मेरा जन्मदिन
वो मेरे जन्मदिन पर मेरा अकेले होना
वो मेरा तकिये से लिपट के बिना आवाज़ किये रोना
वो ख़्वाहिश जिसमें तेरे साथ का होना
कहे ज़माना ठीक नहीं हरदम तेरी यादों में खोना
इस साल भी...
वो मेरा तकिये से लिपट के बिना आवाज़ किये रोना
वो ख़्वाहिश जिसमें तेरे साथ का होना
कहे ज़माना ठीक नहीं हरदम तेरी यादों में खोना
इस साल भी...