गरीब घर
गरीब घर की लड़कियों के हिस्से आता है.....
झगड़े, घरेलू हिंसा, मार पीट
ताने , रोना, तनाव
आर्थिक तंगी
संघर्ष
निराशा
रूठी मुहब्बत
तन्हाई
धोखा
जिम्मेदारी
दर्द ।
पापा की पारी, घर की लाडली, किसी की जान, नहीं होती हैं वो।
ये बात बचपन में ही समझ आ जाने लग जाती है।और फिर उमर ऐसे ही बसर जाती है। ज़िन्दगी में खुशियों की तलाश करते करते जिंदगी ही निकल जाती है।
© jyoti
झगड़े, घरेलू हिंसा, मार पीट
ताने , रोना, तनाव
आर्थिक तंगी
संघर्ष
निराशा
रूठी मुहब्बत
तन्हाई
धोखा
जिम्मेदारी
दर्द ।
पापा की पारी, घर की लाडली, किसी की जान, नहीं होती हैं वो।
ये बात बचपन में ही समझ आ जाने लग जाती है।और फिर उमर ऐसे ही बसर जाती है। ज़िन्दगी में खुशियों की तलाश करते करते जिंदगी ही निकल जाती है।
© jyoti