कब तक पुकारता रहूंगा?
हे प्रिय!
बताओ मुझे,
कब समझोगे
नियति के चक्र को,
कब तक पुकारता
रहूंगा मैं तुम्हें?
कई जन्मों की जमी हुई...
बताओ मुझे,
कब समझोगे
नियति के चक्र को,
कब तक पुकारता
रहूंगा मैं तुम्हें?
कई जन्मों की जमी हुई...