कितना अजीब हैं ये
कितना अजीब हैं ये
कभी लोगोंको पाना चाहता हूं
कही बार उन्हें ही खो देता हूं
किसकी फिकर करना चाहता हूं
पर फिर उन्हें ही नाराज़ कर देता हूं
हर एक अपने से प्यार करता हूं
पर उन्हीं को तकलिब मैं डाल देता हूं
एक अच्छा दोस्त...
कभी लोगोंको पाना चाहता हूं
कही बार उन्हें ही खो देता हूं
किसकी फिकर करना चाहता हूं
पर फिर उन्हें ही नाराज़ कर देता हूं
हर एक अपने से प्यार करता हूं
पर उन्हीं को तकलिब मैं डाल देता हूं
एक अच्छा दोस्त...