तुम बिन सूना सारा संसार
पिया तुम बिन सूना- सूना लागे है सारा संसार,
दिल तुझको पुकारे लौट कर आजा एक बार।
रैन बीती नैनों में, रूठी बैरन निंदिया हमसे,
याद कर- कर तोहे, बहे है अंसुवन की धार।
कली- कली है मुरझाई, बिरहा की लगी है आग,
तुम्हारी बे-रुख़ी से...
दिल तुझको पुकारे लौट कर आजा एक बार।
रैन बीती नैनों में, रूठी बैरन निंदिया हमसे,
याद कर- कर तोहे, बहे है अंसुवन की धार।
कली- कली है मुरझाई, बिरहा की लगी है आग,
तुम्हारी बे-रुख़ी से...