...

7 views

जाने कैसे-कैसे...
कभीं जो वो देखते ख़ुद को, मेरी नज़रों से,
उनको भी गुमाँ होते, ना जाने कैसे-कैसे !
सिमट जाते वो आकार के, मेरी बाहों में,
ओर ख़ुशनुमा समा होते, ना जाने कैसे-कैसे !!

वो पर्दे के पीछे रखता हैं, अपनी निगाहों को
वर्ना...