...

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अधूरा इश्क😔
कुछ ही दिन हुए
लगे जैसे सदियां है बीते हुए

एक बुखार सा है दिमाग में
एक दर्द सा है सीने में
एक अनकही शोर सा है दिल में

हूं घिरा लोगों से मगर हूं तन्हा अधूरा सा खाली
एक आस है अधूरी मगर दुआ है की कभी तो हो पूरी

एक मीठा सा दर्द तेरे नाम का
एक हल्का सा खुमार तेरे इश्क का
जी तो लेता हूं पर सुकून नहीं रूह का

नजरें ताकती है तेरे लौट आने का
बाहों में भर तुझे जी भर रोने का

थम जाए समय ठहर जाए वक्त
तु मुझमें मैं तुझमें पिघल जाए छोड़ ताजो तख्त

ढूंढूं तुझमें शोर ढूंढूं तुझमें ही चुप्पी
तु ही आशियां मेरा तु ही ठिकाना मेरे रूह की

दर्द तेरा दिया हुआ बना जीने का आसरा मेरा
कर याद उन साथ बिताए लम्हों को आज भी हूं वहीं ठहरा

है आज भी इश्क उतना ही तुझ से
है आज भी वास्ता उतना ही तुझ से

दूर भले ही मुझसे तु
पर आज भी धड़कती है कहीं मुझमें तु।
© vexinkheart