Zab Kal Mai Na Hungi...
जब कल मै ना हूंगी
मेरी रात या सुबह
आखरी होगी
और एक मुस्कुराती
तस्वीर मेरी
कहीं दीवार पर टंगी...
मेरी रात या सुबह
आखरी होगी
और एक मुस्कुराती
तस्वीर मेरी
कहीं दीवार पर टंगी...