...

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रूहानी इश्क़ 😘😭
क्यों हम तुम्हें चाहने लगे हैं इस क़दर
क्या ये नसीब का लेखा जोखा है?
तुम दूर हो नज़रों से, फिर भी क़रीब लगते हो
क्या ये हमारी नज़रों का महज़ धोखा है?

तुम्हें पाने के रास्ते तलाश्ती हूं
अक्सर तन्हा रातों में
तेरा ज़िक्र, तेरी नादानियां
गूंजती है हर लम्हा मेरी बातों में

मैं नहीं जानती वक़्त ने क्या तय किया है
मिलने की आस लगाए बस जिए जा रही हूं
मजबूरियां हैं कि ख़त्म होती नहीं
आंसुओं का घूंट ज़हर समझ पिए जा रही हूं

तुझे परेशान जो पाती हूं
मैं टूट कर रह जाती हूं
यारा तू क्यों इतना प्यारा है
तेरे लिए मैं दुनिया से लड़ जाती हूं

प्यार हमारा ये जिस्मानी नहीं
हम दोनों इस बात से वाक़िफ हैं
हम न मिल कर भी मिल गये इस जन्म
तू आयत मेरे लिए
मैं तुम्हारे लिए कलमा माफि़क हू़ं

© Aphrodite