sad love poem
एक गलफहमी सी होने लगी थी,
हवाएं मानो मेरी उम्मीदें ढोने लगी थी,
ये बदलता मौसम था मुझमे होना,
यह मोहब्बत था या दिल का मेरा अहकना,
जब प्यासी धरती को आकाश में उमड़ते बादलो से आस होने लगी थी,
वही मै उसके इरादों में महफूज होने लगी थी,
वह था बड़ा ही...
हवाएं मानो मेरी उम्मीदें ढोने लगी थी,
ये बदलता मौसम था मुझमे होना,
यह मोहब्बत था या दिल का मेरा अहकना,
जब प्यासी धरती को आकाश में उमड़ते बादलो से आस होने लगी थी,
वही मै उसके इरादों में महफूज होने लगी थी,
वह था बड़ा ही...