...

6 views

Chaand ka aaina
चांद ओर आइने की कहानी

चांद कोहरे कोहरे ठंड के कपड़े पहनता हैं,
ठंडक और बर्फ का इंतजार कर, सफेद बर्फ पहनता हैं।
आसमान उसके आईने में अपना चंदन चेहरा देखता था,
चांद ओर आइना, जैसे आसमानी आइना, सुंदर आइना।
चांद धीरे धीरे बरसो बरसो बारिश में भीगा, कंघी भी हुई।
सूरज के नशीले कर्म से चांद भी मशहूर हैं,
चांद के बाल बारिश से सुलझे हुए हैं,
चांद बरसो मुलायम ठंड से पहचाना गया।
चांद जब आईने चारों ओर गया,
चांद को आईने में चांद नज़र आया।
चांद ओर आईने दोनो चांद लगते हैं,
चांद की आईने से जो धीमी मुलाकात हों,
वो मिलने ओर बेताबी के ताले खुल रहे हैं,
जबसे चांद ओर आइना ने एक दूजे को देखा,
समझो चांद ओर आइना रूहानी अंश बन गया,
चांद ओर आईने की कहानी,
आइना सुंदर हैं, देखते ही चांद की इश्क होती है,
चांद ओर आईने की जोड़ियां, जैसे तारों की शादी हों,
क्षण फूलों से गुलशन बहारें करता हैं अदा....
चांद ओर आईने की कहानी, मशहूर कहानियां,
© All Rights Reserved