सोचते है,
जैसे मै सोचता हूँ
लोग नहीं सोचते है
जरूरी होता है वही
अक्सर नहीं सोचते है
शाखो पे आसियाना है
परिन्दे का
दरख़्त के तले
हम ही तलब सोचते है
© Satyam Dubey
लोग नहीं सोचते है
जरूरी होता है वही
अक्सर नहीं सोचते है
शाखो पे आसियाना है
परिन्दे का
दरख़्त के तले
हम ही तलब सोचते है
© Satyam Dubey
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