#मन तो मेरा भी पढ़ने को कहता है।।।
मन तो मेरा भी करता है,
गिनती पहाड़े सुनाऊं मैं
कंधो पे टांग के बस्ता,
रोज़ पढने जाऊ मैं
लेकिन कचरे के बोरे...
गिनती पहाड़े सुनाऊं मैं
कंधो पे टांग के बस्ता,
रोज़ पढने जाऊ मैं
लेकिन कचरे के बोरे...