बदली राहे..
हसती थी वो अपनी ही गलती पर
आज दुसरोंको सेहलाना सीखी है
अपने सपनोंको देखे सोती थी घंटो
आज किसी ओर के सपनों मै शामिल हुई है
रोती थी वो छोटीसी खुशी पाने के लिए
आज सारे गम निपटाना सीखी है
संभालती थी वो पापा का...
आज दुसरोंको सेहलाना सीखी है
अपने सपनोंको देखे सोती थी घंटो
आज किसी ओर के सपनों मै शामिल हुई है
रोती थी वो छोटीसी खुशी पाने के लिए
आज सारे गम निपटाना सीखी है
संभालती थी वो पापा का...