न है मुझ पर कुछ खोने को!
अब डर नहीं किसी को खोने का
ना पास किसी के होने का
क्योंकि जज़्बात अब बचे नहीं
और मोहबब्त किसी से है नहीं।
देख चुके हैं ये सारे रंग प्यार के
किसी के साथ की...
ना पास किसी के होने का
क्योंकि जज़्बात अब बचे नहीं
और मोहबब्त किसी से है नहीं।
देख चुके हैं ये सारे रंग प्यार के
किसी के साथ की...