मातृभूमि
ओ मां मेरी, ओ मां मेरी
तेरी आंचल की छाया
रहे सदा मेरे सर पर
तूही मेरी जन्मभूमि
तूही मेरी मातृभूमि
श्रद्धा चढ़ाऊं तेरे चरणों पर
रहो तुम सदा अमर।
हो सके हम धन्य चढ़ाके आभार।
सोने की चिड़िया को बेच दिया
किसी ने विदेशी के पांवों पर
तेरा दुर्भाग्य आज रो रहा है
तेरी वीर संतानों कोनहीं है खबर
घर घर आज तिरंगा लहर रहा है
जय के डंके बज रहे हैं
दिखावा की शुली पर चढ़ा दिया...
तेरी आंचल की छाया
रहे सदा मेरे सर पर
तूही मेरी जन्मभूमि
तूही मेरी मातृभूमि
श्रद्धा चढ़ाऊं तेरे चरणों पर
रहो तुम सदा अमर।
हो सके हम धन्य चढ़ाके आभार।
सोने की चिड़िया को बेच दिया
किसी ने विदेशी के पांवों पर
तेरा दुर्भाग्य आज रो रहा है
तेरी वीर संतानों कोनहीं है खबर
घर घर आज तिरंगा लहर रहा है
जय के डंके बज रहे हैं
दिखावा की शुली पर चढ़ा दिया...