आवाज़ें
तालाब का स्तर
थोड़ा और बढ़ गया
जब देखी तेरी परछायी
मेरा अश्क़ बह गया
ग़ुमसुम सा तू खड़े खड़े
लगा...
थोड़ा और बढ़ गया
जब देखी तेरी परछायी
मेरा अश्क़ बह गया
ग़ुमसुम सा तू खड़े खड़े
लगा...