जीवन के नए पहलू
बचपन बीतने के बाद
जीवन के नए पहलुओं से मुलाकात हुई।
जहाँ अब तक न थी कोई बात,
वहाँ भी नई-नई बात हुई |
जो दिल अब-तक था मासूमियत से भरा हुआ,
उसपर मानो विशैले बाड़ों की बरसात हुई।
मतलब की भरी इस दुनिया में फिर रहा हूँ
बेगानों सा, ...
जीवन के नए पहलुओं से मुलाकात हुई।
जहाँ अब तक न थी कोई बात,
वहाँ भी नई-नई बात हुई |
जो दिल अब-तक था मासूमियत से भरा हुआ,
उसपर मानो विशैले बाड़ों की बरसात हुई।
मतलब की भरी इस दुनिया में फिर रहा हूँ
बेगानों सा, ...