होली रे होली......
#ColoursOfEmotion
होली रे होली,
तू क्योंआई?
इतने रंग अपने संग तू क्यों लाई?
कहीं है प्यार कहीं मयूसी,
तेरे रंगो के बिना जैसे ये जिंदगी अधूरी।
भिन्न-भिन्न हैं रंग
भिन्न-भिन्न हैं अर्थ।
गुलाबी जैसे किसी लड़की के प्यार से गुलाबी हुए गाल दर्शाता है।
लाल जैसी कई भेदों को भेद कर दिल में बस जाता है।
नीला जैसे आसमान की ऊंचाइयों या आज़ादी याद...
होली रे होली,
तू क्योंआई?
इतने रंग अपने संग तू क्यों लाई?
कहीं है प्यार कहीं मयूसी,
तेरे रंगो के बिना जैसे ये जिंदगी अधूरी।
भिन्न-भिन्न हैं रंग
भिन्न-भिन्न हैं अर्थ।
गुलाबी जैसे किसी लड़की के प्यार से गुलाबी हुए गाल दर्शाता है।
लाल जैसी कई भेदों को भेद कर दिल में बस जाता है।
नीला जैसे आसमान की ऊंचाइयों या आज़ादी याद...