खून निकलेगा
हिज्र बनके सुकून निकलेगा
इश्क़ का अब जुनून निकलेगा
दिल लगाने की ये सज़ा है अब
आंख से मेरे खून निकलेगा
ठंड से मर गयीं हैं भेड़ें सब
सोचता था कि ऊन निकलेगा
साल ने करवटें बदल ली है
इस दफा दो दो जून निकलेगा
जीस्त अपनी निचोड़ दी 'जर्जर'
मौत से ही सुकून निकलेगा
इश्क़ का अब जुनून निकलेगा
दिल लगाने की ये सज़ा है अब
आंख से मेरे खून निकलेगा
ठंड से मर गयीं हैं भेड़ें सब
सोचता था कि ऊन निकलेगा
साल ने करवटें बदल ली है
इस दफा दो दो जून निकलेगा
जीस्त अपनी निचोड़ दी 'जर्जर'
मौत से ही सुकून निकलेगा