ना जाने दरबदर......
ना जाने दरबदर हम किसे ढूंढ रहे थे
किसकी चाहत को दिल में लिए हम
हर मुखौटे को ताक रहे थे........ !!
ढूंढने में उनको हम कोई कसर नहीं छोड़े थे
पाँव के छालों ने भी हमें ना रोक पाए थे !!
पागलों की तरह...
किसकी चाहत को दिल में लिए हम
हर मुखौटे को ताक रहे थे........ !!
ढूंढने में उनको हम कोई कसर नहीं छोड़े थे
पाँव के छालों ने भी हमें ना रोक पाए थे !!
पागलों की तरह...