कड़वा सच
सच्चाई व ईमानदारी पछाड़ी जा रही हर कहीं,
उम्दा सोच से लगता है अब सब मुमकिन नहीं,
अब तो रफ्ता रफ्ता तजुर्बा यारो होता आ रहा,
पल...
उम्दा सोच से लगता है अब सब मुमकिन नहीं,
अब तो रफ्ता रफ्ता तजुर्बा यारो होता आ रहा,
पल...