मैं और मेरी तन्हाई
कोई कैसे रह पाएगा
साथ मेरे
मैं तो हर वक्त अपनी ज़िंदगी की उलझोनों में उलझी रहती हूं
अपनी परेशानियों से जूझती रहती हूं
कभी एक पल भी प्यार से बात करूं...
साथ मेरे
मैं तो हर वक्त अपनी ज़िंदगी की उलझोनों में उलझी रहती हूं
अपनी परेशानियों से जूझती रहती हूं
कभी एक पल भी प्यार से बात करूं...