...

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तमन्ना थी मेरी
तमन्ना थी मेरी
इक ख़ुशहाल ज़िंदगी होगी मेरी भी
बिताऊँगा इसे अपने मन मुताबिक
नहीं होने दूँगी कमी इसमें कोई भी

खुद से वादा किया मैंने
नहीं मानूँगी मैं परिस्थितियों से कभी हार
कभी ना समझूँगी कठिनाईयों के आगे
खुद को बेसहारा और लाचार

इरादा अपनी जगह और किस्मत अपनी जगह
उसने ही मुझे हर मोड़ पर दिया धोखा
कड़ी मेहनत और साफ़ दिल के बावजूद
जो चाहा दिल से मैंने वो कभी ना मुझे मिला

जीवन में जो भी लगा अपना सा मुझे
वो गया बिछड़, मेरे लिए अजनबी हो गया
मैंने लुटा दिया अपना पूरा जहां उसपर
उसने दिया धोखा, अपनी औकात दिखा ही गया

अब किसी से कोई उम्मीद नहीं रखते हम
अपनी जिंदगी खुद की मर्ज़ी से जीते हैं
आँसू बहाना छोड़ दिया है हमने
भूल कर सब हम अब खुल कर हँसते हैं

© Poonam Suyal
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