तुम ना समझ सको शायद!
बड़ा नाज़ुक सा रिश्ता है, तुम ना समझ सको शायद!
वो शख्स! लगता मुझे फरिश्ता है, तुम ना समझ सको शायद!
बड़ा मासूम दिखता है बड़ी शोखी झलकती है,
अगर वो साथ में हो तो हर शय अच्छी लगती है!
वो मेरे सामने होकर भी कोसों दूर होता...
वो शख्स! लगता मुझे फरिश्ता है, तुम ना समझ सको शायद!
बड़ा मासूम दिखता है बड़ी शोखी झलकती है,
अगर वो साथ में हो तो हर शय अच्छी लगती है!
वो मेरे सामने होकर भी कोसों दूर होता...