एकलोपन
सब होते हुए भी,
क्यों अधूरा सा लगता हैं,
तू पास होते हुए भी,
क्यों दूर सा लगता हैं।
तू कुछ ना बोले मुंह से,
तब भी मेरा दिल,
बहुत कुछ सुन लेता है,
रातकी सन्नाटो में...
क्यों अधूरा सा लगता हैं,
तू पास होते हुए भी,
क्यों दूर सा लगता हैं।
तू कुछ ना बोले मुंह से,
तब भी मेरा दिल,
बहुत कुछ सुन लेता है,
रातकी सन्नाटो में...