ऐ जिन्दगी हार गयी हूं मैं...
तू हर पल एक चुनौती लाती है,
मुझे हर पल डराती है,
मैं कुछ नहीं कर सकती
ये हर बार दिखलाती है,
तू कितना इठलाती है,
ऐ जिन्दगी हार गयी हूं मैं...
तेरे कितने रंग,
दुखों का...
मुझे हर पल डराती है,
मैं कुछ नहीं कर सकती
ये हर बार दिखलाती है,
तू कितना इठलाती है,
ऐ जिन्दगी हार गयी हूं मैं...
तेरे कितने रंग,
दुखों का...