एक लड़का
एक लड़का,
आसान नहीं है एक लड़का होना, बचपन में देखे जो सपने जवानी आते आते कब जिम्मेदारियो में बदल जाते हैं,
एक लड़के से बेहतर कौन समझ सकता है।
परिवार से दूर रहा, दुनियादारी से थका, किसी के सामने न रो सका,
एक लड़के से बेहतर कौन समझ सका।
कभी कमजोर पड़ा, कभी गिरा और उठा, खुद को मजबूत बताता रहा, और अंदर ही अंदर...
आसान नहीं है एक लड़का होना, बचपन में देखे जो सपने जवानी आते आते कब जिम्मेदारियो में बदल जाते हैं,
एक लड़के से बेहतर कौन समझ सकता है।
परिवार से दूर रहा, दुनियादारी से थका, किसी के सामने न रो सका,
एक लड़के से बेहतर कौन समझ सका।
कभी कमजोर पड़ा, कभी गिरा और उठा, खुद को मजबूत बताता रहा, और अंदर ही अंदर...