शीश महल और मैं
प्रिये, मैं खोज आया हूं शीश-महल
और चमकता हुआ शीशा ,
मेहराबी खिड़कियां :
विभिन्न आकारों के ,
जिससे आती हैं चमकती हुई
मद्धिम किरणें - लाल , पीले , नारंगी ,
निकलती हैं जो कृत्रिम स्रोतों से ;
उनकी कीमत है दश हजार।
कुछ लोग भी थे वहां -
थे जींस पैंट पहने ,
थी गोटेदार सारियां
उनके मरमरी शरीरों पर।
...
और चमकता हुआ शीशा ,
मेहराबी खिड़कियां :
विभिन्न आकारों के ,
जिससे आती हैं चमकती हुई
मद्धिम किरणें - लाल , पीले , नारंगी ,
निकलती हैं जो कृत्रिम स्रोतों से ;
उनकी कीमत है दश हजार।
कुछ लोग भी थे वहां -
थे जींस पैंट पहने ,
थी गोटेदार सारियां
उनके मरमरी शरीरों पर।
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