...

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प्रेम कविता
कुछ प्रेम कविताएं समर्पित हुई हैं
हमारी दूरियों को भी
सारी कविताएं मिलन की नहीं होती
इतिहास में
प्रेम से
ज्यादा
कविताएं
लिखीं गईं है
विरह पर
विरह प्रेम का वो
आखरी पड़ाव है
जहां से
एक नया रास्ता शुरू होता है
क्योंकि
प्रेम में कुछ भी समाप्त नहीं होता
प्रेम ना तो मरता है
ना खत्म होता है
प्रेम नदी की तरह शीतल भी है
और
रास्ते में रोक देने पर
तबाह
कर देने की चेष्टा भी रखता है
तुमने देखा होगा
कई बार
प्रेमियों को अलग होते
तुमने कभी भी
प्रेम को अलग होते नहीं देखा होगा
ये दावे से कह सकती हूं


©प्रिया सिंह

© life🧬