...

3 views

अनजानी राहें...
राह थी मेरी एक कोई
भटका दिया गया

जाना था एक दिशा में लेकिन
दिशाविहीन हो गया था

मंजिल थी एक सुहानी कोई
धुंधला सा बन गया है रास्ता

जाना चाहता है फिर अपनी राहों में
पर भटक सा गया है ये राही

पाना‌ चाहता है मंजिल वहीं
पर गुम सा हो गया अनजानी राहों में कहीं...

© khushaboo