क्रोधित दिनकर
*क्रोधित दिनकर*
क्रोधित दिनकर हुए हैं नभ में,🌞
हा हा कार मचा हुआ है जग में।🥵
सहा जाए न रवि का विकराल रूप,
आग के गोले जैसे लगती अब धूप।🔥
जेठ वैशाख का सूरज देखा जाए ना,
लू लपट का कहर कहर सहा जाए ना।🔥
भूमिगत...
क्रोधित दिनकर हुए हैं नभ में,🌞
हा हा कार मचा हुआ है जग में।🥵
सहा जाए न रवि का विकराल रूप,
आग के गोले जैसे लगती अब धूप।🔥
जेठ वैशाख का सूरज देखा जाए ना,
लू लपट का कहर कहर सहा जाए ना।🔥
भूमिगत...