मेरे कुछ सवाल
मुझे सिर्फ इतना बता दो
तुम वापिस क्यों आए ?
मेरे आँसुओं को पोंछकर
फिर देने दर्द पुराने
तुम वापिस क्यों आए ?
खामोश से उदास दिल में
फिर से दर्द बढ़ाने
तुम वापिस क्यों आए ?
सो चुके उन एहसासों को
बार बार जगाने
तुम वापिस क्यों आए ?
मौन हो गए मेरे शब्दों की
फिर से पीर जगाने
तुम वापिस क्यों आए ?
बिखरना ही नियती है तो
टूटे पड़े अवशेष उठाने
तुम वापिस क्यों आए ?
मुझे सिर्फ इतना बता दो....
तुम वापिस क्यों आए ?
मेरे आँसुओं को पोंछकर
फिर देने दर्द पुराने
तुम वापिस क्यों आए ?
खामोश से उदास दिल में
फिर से दर्द बढ़ाने
तुम वापिस क्यों आए ?
सो चुके उन एहसासों को
बार बार जगाने
तुम वापिस क्यों आए ?
मौन हो गए मेरे शब्दों की
फिर से पीर जगाने
तुम वापिस क्यों आए ?
बिखरना ही नियती है तो
टूटे पड़े अवशेष उठाने
तुम वापिस क्यों आए ?
मुझे सिर्फ इतना बता दो....