था कभी
था कभी
मुझमे वों
मेरी हर बात में शामिल
हर हँसी के पीछे का चेहरा
हर ख्वाहिशों की मंजिल
हर शाम चांदनी सा पहरा
था कभी
अब नहीं हैं.
अब ढूँढता...
मुझमे वों
मेरी हर बात में शामिल
हर हँसी के पीछे का चेहरा
हर ख्वाहिशों की मंजिल
हर शाम चांदनी सा पहरा
था कभी
अब नहीं हैं.
अब ढूँढता...