टूटते सपने
जब थकान से चूर शरीर ये दुखता है
धमनियों से गुजरता रक्त प्रवाह रुकता है
पलकें खुलती नहीं बहुत जतन पर भी
आंसू आते नहीं टूटे सपन पर भी
मन निराशा के भंवर में धंसता जाता है
अपनी...
धमनियों से गुजरता रक्त प्रवाह रुकता है
पलकें खुलती नहीं बहुत जतन पर भी
आंसू आते नहीं टूटे सपन पर भी
मन निराशा के भंवर में धंसता जाता है
अपनी...