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वफादार
रस्ते चलते चलते अपने हज़ार मिले।
मगर दिल चाहे कोई वफादार मिले।
दिल से खेलते, बहुत खिलाड़ी दिखे!
खेल सी जिवन में बस दिलदार मिले।
विश्वास पे हमले होते विश्वास-घात से!
दिल को दिमाग सा समझदार मिले!
अच्छे बुरे से कट जाते दिन रात सदा!
जीवन में बस खुशी का समाचार मिले।
नफरत का पेड़ यहां, बरगद सा बढ़े यहां!
सच्चा इश्क करे बस वैसा बलिहार मिले।
© महज़
मगर दिल चाहे कोई वफादार मिले।
दिल से खेलते, बहुत खिलाड़ी दिखे!
खेल सी जिवन में बस दिलदार मिले।
विश्वास पे हमले होते विश्वास-घात से!
दिल को दिमाग सा समझदार मिले!
अच्छे बुरे से कट जाते दिन रात सदा!
जीवन में बस खुशी का समाचार मिले।
नफरत का पेड़ यहां, बरगद सा बढ़े यहां!
सच्चा इश्क करे बस वैसा बलिहार मिले।
© महज़
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