जो बीत गई वो बात गई।
जो बीत गई वो बात गई।
ये नई सुबह है, वो पुरानी रात गई।💫
जीवन का चक्र यू ही चलता है।
कुछ गिरता है,कुछ फिसल जाता है।
ओ मुसाफिर ! तू नई सोच बना चलता चल।
अब पीछे मुड़ने की बात गई।
जो बीत गई...
ये नई सुबह है, वो पुरानी रात गई।💫
जीवन का चक्र यू ही चलता है।
कुछ गिरता है,कुछ फिसल जाता है।
ओ मुसाफिर ! तू नई सोच बना चलता चल।
अब पीछे मुड़ने की बात गई।
जो बीत गई...