फ़ौजन का प्यार!
#इंतज़ार
चंद रोज़ पहले हुई थी शादी,
बनी थी वो फ़ौजी की रानी,
हुई तैनाती चीन बार्डर पर,
हर फ़ौजी की एक कहानी,
आया संदेशा नामुराद अनहोनी का,
पर वो ज़रा न मानी,
वो शहीद हो गये– सब मान गए,
वो बिल्कुल न मानी,
मिली न फ़ौजी की लाश,
पर वो न मानी तो न मानी,
बीते साल दर साल,
वो फ़िर भी न मानी,
हुए आज़ाद जंगी कैदी चार,
इक फोटो थी उसकी जानी पहचानी,
फ़ौजी घर पहुंचा उम्र साठ के पार,
दुल्हन सी हुई तैयार वो फ़ौजी की रानी,
वो कहती थी सोलह आने सच,
आज उसकी बात सबने मानी,
सामने खड़ा था उसका फ़ौजी दिलदार,
सिर्फ़ उसने अपने दिल की मानी,
तीस साल के बाद आंसुओं का टूटा बांध,
फ़ौजन को सारी दुनिया जानी,
फ़ौजन का देख के प्यार,
इंतज़ार की हुई मुंहतोड़ हार,
ये बात सबने मानी, ये बात सबने जानी!!
—Vijay Kumar—
© Truly Chambyal
#इश्क इंतज़ार है
चंद रोज़ पहले हुई थी शादी,
बनी थी वो फ़ौजी की रानी,
हुई तैनाती चीन बार्डर पर,
हर फ़ौजी की एक कहानी,
आया संदेशा नामुराद अनहोनी का,
पर वो ज़रा न मानी,
वो शहीद हो गये– सब मान गए,
वो बिल्कुल न मानी,
मिली न फ़ौजी की लाश,
पर वो न मानी तो न मानी,
बीते साल दर साल,
वो फ़िर भी न मानी,
हुए आज़ाद जंगी कैदी चार,
इक फोटो थी उसकी जानी पहचानी,
फ़ौजी घर पहुंचा उम्र साठ के पार,
दुल्हन सी हुई तैयार वो फ़ौजी की रानी,
वो कहती थी सोलह आने सच,
आज उसकी बात सबने मानी,
सामने खड़ा था उसका फ़ौजी दिलदार,
सिर्फ़ उसने अपने दिल की मानी,
तीस साल के बाद आंसुओं का टूटा बांध,
फ़ौजन को सारी दुनिया जानी,
फ़ौजन का देख के प्यार,
इंतज़ार की हुई मुंहतोड़ हार,
ये बात सबने मानी, ये बात सबने जानी!!
—Vijay Kumar—
© Truly Chambyal
#इश्क इंतज़ार है