असल में
तुम्हें पता है सब..
क्यों दिखा रहे हो तुम..
जो तुम हो नहीं असल में...।
तुम कोई राम नहीं..
तुम कोई भगवान नहीं...
तारीफ़ खुद की क्यों किए जा रहे हो...
आखिर साबित क्या करना...
क्यों दिखा रहे हो तुम..
जो तुम हो नहीं असल में...।
तुम कोई राम नहीं..
तुम कोई भगवान नहीं...
तारीफ़ खुद की क्यों किए जा रहे हो...
आखिर साबित क्या करना...