नजर और नजरिया
नजर और नजरिया बहुत मायने रखता है एक इंसान के लिए
और इस नजर का केन्द्र बिंदु होती है एक लड़की मां बेटी
जो नजर हमारी खुद की मां बेटियों के लिए सही रहती है
वही नजर दूसरे की बहन बेटियों के लिए घिनौनी क्यों बन जाती है
नजरो के इस संदर्भ में एक खास विषय मैं चुनू
वैश्या समाज के बारे में अपनी नज़र से मैं कुछ लिखूं
एक वैश्या को हम किस नजर से देखते है
क्या वो वैश्या पैदा होते ही बनी
उसके वैस्या बनने में हाथ तो हमारा और हमारी नजर और गिरी हुई मानसिकता का है
क्या उस वैश्या ने बचपन में ये सोचा था मैं एक वैश्या बनूगी
मुझे कोठे वाली सेक्स वर्कर आवारा रण्डी ऐसे नामो के साथ संबोधित किया जायेगा
अगर उसे ऐसे नाम दिए गए तो फिर उन पुरुषों को क्यों नहीं जो...