...

1 views

कल वापस दे सकुन वापस दे बहार लौटा दे,
सितम भुलवा दे अभी को मिटा दे मेरा वकार लौटा दे,
मैं तेरा क़र्ज़ लौटा दूंगा बस तू मेरा क़रार लौटा दे,

वो जब तुम मेरी दुनिया मैं आए थे,
नए ख़्वाबों को जीवन में लाए थे,
कितने हम एक दूजे से अनजाने थे,
चेहरे से क्या आंखों तक से बेगाने थे,
जो तुम धीरे-धीरे हम को जाने थे,
बातों मैं दोनो ही जाने पहचाने थे,
फिर एक रोज़ मिलने का इसरार किया,
मिल कर एक हो जाने का इक़रार किया,

ख़्वाब वापस दे अंधेरे वापस दे खुमार लौटा दे,
मैं तेरा क़र्ज़ लौटा दूंगा बस तू मेरा क़रार लौटा दे,


खुशियां थी जब तेरे होने से हम मैं,
जीते थे हम भी तुमसे ज़ियादा तुम मैं,
तेरे घर आने से जिंदगी कितनी रोशन थी, खुशियां तो जैसे बस मेरे ही दामन थी,
बात बात रूठ रूठ खेल खेल सताता था ,
कैसे कैसे कर कर कितना कितना मनाता था ,
वो क्या दिन थे ना खुशियां कैसे भायी थी,
जब तक तुम ने दिल से इश्क की रसमे निभायी थी,


नींद वापस दे तन्हाई वापस दे दुव्वार लौटा दे,
मैं तेरा क़र्ज़ लौटा दूंगा बस तू मेरा क़रार लौटा दे,



फिर जाने कैसे तू धीरे धीरे कहां खोता गया
तेरे मेरे बीच मोहब्बत का एहसास कम होता गया
फिर भी मैं तुझे कैसे कैसे समझाता था,
मोहब्बत की क़दर तेरे अंदर हर दम जागाता था, क्यूं खुवाहिशों के हाथो प्यार को बेच दिया,
हम दोनो के दिल के रस्ते मैं लकीरो को खेच दिया,
फिर एक रोज तू मेरे घर का आंगन छोड गया, सारी की सारी मोहब्बत की कस्मो को तोड़ गया,


चाहत वापस दे उम्मीद वापस दे मेरा प्यार लौटा दे,
मैं तेरा क़र्ज़ लौटा दूंगा बस तू मेरा क़रार लौटा दे,


तू देख कभी लौट कर आंखों मैं अंधेरे हैं,
तेरे दिए ज़ख्म नहीं सिये अब तक वैसे ही गहरे हैं,
कमरे मैं अब तक तेरी धुंदली परछायी है,
तेरी कुछ तस्वीरो से कल धूल हटायी है,
कैसे न कैसे दिल को तो बेहलाया जायगा,
सब्र ना आए मरहम तो लगाया जाएगा,
बाकी जो जीवन है यूं ही बस काटा जाएगा,
तेरा गम तो खुद ही से बस बांटा जाएगा,


कल वापस दे सकुन वापस दे बहार लौटा दे,
मैं तेरा क़र्ज़ लौटा दूंगा बस तू मेरा क़रार लौटा दे,


मैं तेरा क़र्ज़ लौटा दूंगा बस तू मेरा क़रार लौटा दे,
मैं तेरा क़र्ज़ लौटा दूंगा बस तू मेरा क़रार लौटा दे,


© Sarim