bas jiye jane ko hai ...
बचाने को हैं ना उड़ाने को है,
ज़िन्दगी ये बस जिए जाने को है,
सब कुछ ना मिले और मिल भी जाये तो क्या,
एक दिन सभी ख़ाक ही होजाने को है,
क्या लगा हाथ क्या फिसल गया,
हिसाबों के दिन भी गुज़र जाने को है,
इतना क्या...
ज़िन्दगी ये बस जिए जाने को है,
सब कुछ ना मिले और मिल भी जाये तो क्या,
एक दिन सभी ख़ाक ही होजाने को है,
क्या लगा हाथ क्या फिसल गया,
हिसाबों के दिन भी गुज़र जाने को है,
इतना क्या...